मराठों ने 1657 में जुन्नार में मुगल क्षेत्र पर हमला किया

जुन्नार अहमदनगर के पास स्थित एक मुगल इलाका था

औरंगजेब ने इसका जवाब देने के लिए नसीरी खान को भेजा

नसीरी खान ने छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना को हरा दिया

तो वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज ने 1659 में औरंगजेब के मामा को हराया

उन्होंने जोरदार हमला करते हुए शाइस्ता खान और बीजापुर की एक बड़ी सेना को हराया

उन्होंने 1664 में मुगल व्यापारिक बंदरगाह पर हमला कर दिया

जिसके बाद उनकी सेना ने सूरत के मुगल व्यापारिक बंदरगाह को अपने कब्जे में ले लिया

1665 में शिवाजी और राजा जय सिंह प्रथम के बीच पुरंदर की संधि हुई

राजा जय सिंह औरंगजेब का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.