चाणक्य ने कुछ जगह हिम्मत दिखाने के बजाय



वहां से तुंरत भाग जाने को ज्यादा बेहतर बताया है.



आइए जानते हैं चाणक्य ने अपनी नीति में वो कौन सी



परिस्थितियां बताई हैं जहां से तुरंत हट जाना चाहिए.



जिस जगह अचानक से लोग आपस में एक दूसरे से लड़ाई या



हाथापाई करने लग जाएं वहां से शीघ्र हट जाना चाहिए.



जिस जगह आप रहते हैं यदि वहां की आर्थिक स्थिति कमजोर पड़ जाए.



चाणक्य कहते हैं उस जगह को तुरंत छोड़ दें,



जहां दूसरे देश का राजा आपके देश से बदला लेने की भावना बना ले,



और आप पर आक्रमण कर दे.



आचार्य चाणक्य अंतिम बात में जो सलह देते हैं,



वह यह है कि चोरों और डकेतों से मित्रता नहीं रखनी चाहिए.