रोहतास के पश्चिमी जिले को बिहार का चावल का कटोरा कहा जाता है



यह क्षेत्र कृषि प्रधान है और यहां चावल की भारी मात्रा में खेती होती है



रोहतास जिले का चावल उद्योग बिहार के प्रमुख कृषि उद्योगों में से एक है



जिले की उपजाऊ मिट्टी और सही मौसम चावल की खेती के लिए आदर्श बनाते हैं



किसान फसल की देखभाल और सुरक्षा में सावधानी बरतते हैं ताकि पैदावार बढ़िया हो



रोहतास जिले में लगभग 40 चावल मिलें हैं जो चावल के प्रसंस्करण का काम करती हैं



इन मिलों में कच्चे धान को पॉलिश कर बाजार में खाने योग्य चावल बनाया जाता है



जिले का चावल दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े बाजारों में बेचा जाता है



चावल के व्यापार से रोहतास जिले ने एक मजबूत कृषि अर्थव्यवस्था का निर्माण किया है



इस क्षेत्र का चावल उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है