रंगों का त्योहार होली आपसी प्रेम का भी प्रतीक है

होली को देश के अलग-अलग हिस्सों में अनोखे अंदाज में मनाया जाता है

होली की शुरुआत होलिका दहन की शाम से की जाती है

अगले दिन होली पूरे उत्साह के साथ मनाई जाती है

बिहार में आज भी होली खेलने को लेकर पुरानी परंपराओं का पालन किया जाता है

यहां के लोग होलिका की राख से होली की शुरूआत करते हैं

इसके बाद ही लोग रंग और गुलाल से होली खेलते हैं

इसको ग्रामीण भाषा में धुरखेल कहा जाता है

बिहार में होली खेलने का यह तरीका काफी प्राचीन है

साथ ही काफी लंबे समय से लगातार चली आ रही है.