बिहार में ईद को धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है

यहां ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच एक महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक उत्सव है

ईद की नमाज़: ईद के दिन सुबह नमाज़, जिसे ईद-उल-फ़ित्र नमाज़ कहा जाता है, बिहार के इलाकों में मस्जिदों में अदा की जाती है

लोग नए कपड़े पहनकर नमाज़ पढ़ने के लिए मस्जिद जाते हैं और फिर एक दूसरे के साथ मिलकर ईद की मुबारकबाद और दुआएं करते हैं

रंग-बिरंगे कपड़े: बिहार में ईद के मौके पर लोग नए और आकर्षक कपड़ों में तैयार होते हैं

महिलाएं और बच्चे आमतौर पर रंगीन कपड़े पहनते हैं, जो त्योहार की खुशी और उत्साह को दर्शाते हैं

ईद के दिन लोग एक दूसरे को ईदीयां देते हैं, जो धार्मिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण होती हैं

यह एक रूपये के सिक्के या नकदी के रूप में हो सकती हैं और इसके साथ मिठाईयां और उपहार शामिल हो सकते हैं. इसके साथ मिठाईयां और उपहार शामिल हो सकते हैं.

बिहार में ईद पर अलग-अलग विशेषताएं वाले पकवान तैयार किए जाते हैं. जैसे- दिल्ली कबाब, बिरयानी, सेवईयां, आदि.

बिहार में ईद का त्योहार एक सामाजिक मिलनसार होता है. लोग अपने पड़ोसी, दोस्त और रिश्तेदारों के घर जाते हैं और उन्हें मुबारकबाद देते हैं.

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