बैसाखी के दिन किसान पूरे साल हुए भरपूर फसल के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त करते हैं.



बैसाखी के दिन महिलाएं भी पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर त्यौहार मनाती हैं.



हर साल बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष पाकिस्तान में स्थित अपने धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए जाते हैं.



बैसाखी को देखते हुए पूरे पंजाब में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.



बैसाखी के दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने से सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.



बैसाख महीने में रबी की फसल की कटाई होती है, इसलिए इस पर्व को बैसाखी कहते हैं.



इस दिन सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.



बैसाखी के दिन महिलाएं और पुरुष खुशी से भंगड़ा भी करते है. हर तरफ खुशिया मनाई जाती हैं.



मान्यता है कि इससे सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और हमेशा जीवन में खुशियां बनी रहती हैं.