घर या मंदिरों में हमेशा राम दरबार ही लगाया जाता है, राम जी की अकेले मूर्ति नहीं.



अयोध्या राम मंदिर में भी राम दरबार की प्रतिमा लगाई जाएगी.



जिसकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्य 22 जनवरी को संपन्न होगा.



धार्मिक मान्यताओं अनुसार भगवान राम माता सीता के बिना अधूरे हैं.



उनके नाम में ही सिया राम जुड़ा हुआ है.



ऐसे में उनकी मूर्ति कैसे अकेले रखी जा सकती है.



राम दरबार या राम परिवार की चर्चा रामायण में भी देखने को मिलती है.



श्री राम की व्यक्तिगत पूजा से ज्यादा राम दरबार की पूजा करने से लाभ होता है.



राम दरबार के मुख्य सदस्यों के रूप में भगवान श्री राम के साथ



उनकी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और राम भक्त हनुमान जी रहते हैं.



मान्यता के अनुसार इससे आपको अधिक पुण्य मिल सकता है.



मान्यता है कि जिस घर में राम दरबार की नियमित पूजा होती है,



वहां सौभाग्य और सुख - समृद्धि हमेशा बनी रहती है.