अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में विराजमान होने जा रहे रामलला,



की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी.



रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अभी से ही देशभर में उत्साह है.



आइए जानते हैं कि प्रभु श्रीराम माता सीता से किस भाषा में बात करते थे.



रामायण तथा अन्य पुराणों में बताया गया है,



कि भगवान राम किस भाषा में बात करते थे.



रामायण में बताया गया है कि भगवान श्रीराम संस्कृत भाषा में बात करते थे.



महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण संस्कृत भाषा में लिखी गई है.



वेद और उपनिषद भी संस्कृत भाषा में लिखे गए हैं,



जो हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ हैं.



रामायण में भगवान राम के उपदेश और



उनके द्वारा बोले गए वाक्य संस्कृत में ही हैं.