हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ साल का चौथा महीना होता है.

आषाढ़ माह की शुरुआत 23 जून से हुई है और 21 जुलाई 2024 को यह समाप्त होगा.

आषाढ़ महीने में जगन्नाथ रथ यात्रा, देवशयनी एकादशी, गुरु पूर्णिमा समेत कई व्रत-त्योहार पड़ते हैं.

आषाढ़ को श्रहरि का पुरुषोत्तम माह कहा गया, जिसमें किए व्रत, दान-पुण्य का कई गुणा फल मिलता है.

आषाढ़ भगवान विष्णु का प्रिय माह है. इस माह श्रीहरि की उपासना बहुत फलदायी होती है.

स्कंद पुराण के अनुसार, आषाढ़ में भगवान विष्णु के साथ सूर्य की पूजा भी लाभकारी होती है.

किसानों के लिए भी यह माह खास होता है, क्योंकि आषाढ़ से ही वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है.

इसी माह देवशयनी एकादशी पड़ती है, जब श्रहरि चार माह के लिए शयन में चले जाते हैं.

शास्त्रों में आषाढ़ माह में खड़ाऊं, छतरी, नमक और आंवले के दान का महत्व बताया गया है.