यज्ञ और हवन में क्या अंतर होता है?



यज्ञ किसी खास उद्देश्य से देवता विशेष को दी जाने वाली आहुति है



यज्ञ एक वैदिक प्रक्रिया है ,जिसका वैदिक ब्राह्मण ग्रंथों में जिक्र मिलता है



यज्ञ के नियम बहुत कठिन होते हैं



जैसे 11 या 121 बार पाठ करके जो अग्नि कर्म रुद्र होम होता उसे हवन कहते हैं



वहीं 121 ब्राह्मण 11-11 बार पाठ करके जो अग्निकर्म करते हैं, उसे महारुद्र यज्ञ कहते हैं



यज्ञ में देवता, आहुति, वेद मंत्र, ऋत्विक और दक्षिणा का होना अनिवार्य है



यज्ञ किसी खास उद्देश्य, इच्छा की पूर्ति और अनिष्ट को टालने के लिए किया जाता है



जबकी हवन ग्रह शांति या नए घर में प्रवेश करने पर वास्तु दोष दूर करने के लिए किया जाता है



ऐसे में हवन को यज्ञ का छोटा रूप कहा जा सकता है



पूजा के बाद अग्नि में दी जाने वाली आहुति हवन होती है