शनि किस राशि में नीच के होते हैं



शनि देव मकर और कुंभ राशि के स्वामी होते हैं



साथ ही तुला राशि शनि की उच्च राशि है



जबकि मेष इसकी नीच राशि मानी जाती है



शनि के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में साढ़ेसाती और ढैय्या का सामना करना पड़ता है



शनि देव मेष राशि की गोचर कुंडली में दशम और एकादश के स्वामी रहते है



शनि को न्यायाधीश, कर्म फलदाता क्रूर ग्रह माना जाता है



शनि देव व्यक्ति के अच्छे, बुरे कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं



यदि कुंडली में शनि किस स्थान पर बैठे हैं ,यह महत्वपूर्ण होता है



कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी न होने पर, व्यक्ति के पैतृक संपत्ति में बाधाएं आने लगती है