शनि कब शुभ फल देते हैं?



शनि को प्रसन्न करने के लिए अच्छे कर्म करना जरूरी होता है



यदि कोई अच्छा कार्य करता है, तो शनि प्रसन्न होकर शुभ फल प्रदान करते है



व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर जाता है



धन की कोई कमी नहीं रहती है



ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिनकी जन्मकुण्डली में शनि देव



पहले चौथे, सातवें मकर या कुंभ में विराजमान होता है



कुण्डली में पंच महापुरूष योग में शामिल एक शुभ योग बनता है



इस योग को शश योग के नाम से जाना जाता है



यह एक प्रकार का राजयोग होता है