शब-ए-बारात इस्लाम धर्म को मानने वालों का खास पर्व है.

शब-ए-बारात शाबान महीने की 14 और 15वीं तारीख के बीच होती है.

इस साल 2025 में शब-ए-बारात 13 फरवरी 2025 को है.

शब-ए-बारात को मगफिरत की रात भी कहते हैं.

क्योंकि यह उन 5 रातों में एक है, जिसमें अल्लाह बंदों की दुआ कुबूल करता है.

शब-ए-बारात पर मुसलमान दो दिनों का रोजा भी रखते हैं.

शब-ए-बारात पर रखे रोजे से सभी गुनाह माफ हो जाते हैं.

पहला रोजा शब-ए-बारात पर और दूसरा रोजा अगले दिन रखा जाता है.

हालांकि यह रोजा फर्ज नहीं बल्कि नफिल रोजा होता है.