माघ शुक्ल की सप्तमी को नर्मदा जयंती होती है, जो आज 4 फरवरी को है.

गंगा की तरह की नर्मदा में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं.

लेकिन यह भारत की एकमात्र ऐसी नदी है जोकि उल्टी बहती है.

आइए जानते हैं आखिर क्यों उल्टी बहती है नर्मदा नदी.

सभी नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहकर बंगाल खाड़ी में गिरती हैं.

लेकिन नर्मदा पूर्व से पश्चिम की ओर बहकर अरब सागर में मिलती है.

रिफ्ट वैली दरार वाली घाटी है जिस कारण नदी का बहाव ढलान के विपरीत में होता है.

पौराणिक कारण के अनुसार नर्मदा का विवाह सोनभद्र के साथ तय हुआ,

लेकिन नर्मदा की सहेली जोहिला को सोनभद्र पसंद आ गया.

दुखी होकर नर्मदा ने आजीवन कुंवारी रहने और और विपरीत दिशा में बहने का फैसला किया.