हनुमान जी को नौ निधियों का दाता माना जाता है.



मान्यता है कि उनकी पूजा करने से शिव जी, भगवान राम और शनि देव का आशीर्वाद मिलता है.



यही वजह है कि उन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है.



शनि की साढ़े साती से पीड़ित लोगों को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए.



इसी के साथ महिलाओं को हनुमान जी के सामने सिर भी नहीं झुकाना चाहिए.



हनुमान जी सभी महिलाओं को मां समान मानते हैं इसलिए
महिलाओं को पूजा के दौरान उनके पैर छुने से बचना चाहिए.


महिलाएं केवल उन्हें दोनों हाथ जाेड़कर प्रणाम कर सकती है.



ऐसा भी कहा जाता है कि महिलाओं को उनकी मूर्ति स्पर्श किए बिना पूजा करनी चाहिए.
क्योंकि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं.


महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए.