लंगर कैसे शुरू हुआ था?



गुरू नानक देव ने लंगर की शुरुआत की थी



सिख धर्म में लंगर की प्रथा कई वर्षों पुरानी हैं



इस प्रथा की शुरुआत सिख धर्म में 15वीं शताब्दी



में सिखों के गुरु श्री गुरु नानक देव ने शुरू की थी



सिख धर्म ग्रंथों में प्रचलित कहानियों के अनुसार



उन्हें व्यापार करने के लिए कुछ पैसे दिए थे



एक बार गुरु नानक देव के पिता



उन्होंने उन सारे पैसों को भूखों को खिलाने में खर्च कर दिया



गुरू नानक देव जी ने बोले कि सच्चा लाभ तो सेवा करने में ही है



गुरु नानक देव की यह परंपरा अभी भी चल रही हैं