चाणक्य जोकि एक महान नितिज्ञ थे, जिनके विचार आज भी युवाओं की मदद करते हैं.



पर क्या जानते हैं, चाणक्य ने अपनी नीति में कुछ ऐसे लोगों का वर्णन किया है, जिनसे खुद मां लक्ष्मी दूर रहती हैं.



आइए जानते हैं, कि चाणक्य ने किस प्रकार के लोगों का वर्णन किया है.



चाणक्य कहते हैं ऐसे लोगों को कभी धन प्राप्ती नहीं होती और वह केवल उतार-चढ़ाव में रह जाते हैं.



चाणक्य ने अपनी नीतियों में कहां है, जो लोग केवल आशा के बंधन में बंधे रहकर अपना कर्तव्य निभाते हैं



और जो केवल आशाओं में बंधे रहकर रहना चाहते हैं.



वह लोग कभी सफल नहीं हो पाते हैं.



वह लोग मानसिक स्तर पर परेशान रहते हैं तथा उस इंसान का समस्त परिवार भी परेशान रहता है.



आचार्य चाणक्य कहते हैं, व्यक्ति अगर कोई कार्य कर रहा है तो उसे उत्साह और प्रसन्नता के संग



वह कार्य करना चाहिए, तभी मां लक्ष्मी उस व्यक्ति से प्रसन्न होती हैं और धन की वर्षा करती हैं.