अकबर मुगल वंश का तीसरा शासक था

अकबर को मुस्लिम-हिंदू दोनों वर्गों से बराबर सम्मान मिला

वह सभी धर्मों का सम्मान करता था

अकबर एक धर्मनिरपेक्ष शासक था

वह अन्य मुगल शासकों की तरह नहीं था

उसने अपने शासनकाल में धर्म को राजनीति से अलग रखा

उसके शासन में पूजा-पाठ और धर्मस्थल बनाने की पूरी आजादी थी

अकबर ने नए हिंदू मंदिर बनवाने की अनुमति भी दी थी

उसने कई मंदिरों में विकास कार्य भी करवाए थे

इसी क्रम में उसने भगवान राम, लक्ष्मण की तस्वीरों वाले सिक्के भी छपवाए थे

 अकबर ने 1604-1605 में हिंदू भगवान के सम्मान में इन सिक्कों को जारी किया था