बाजरे की खेती के वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल

बाजरे की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली मध्यम से भारी मिट्टी को अधिक उपज के लिए चुना जाना चाहिए

जिस खेत पर बाजरे की खेती करने जा रहे है उस जगह पर दीमक और लट का प्रभाव नहीं होना चाहिए

मिट्टी का पीएच मान 6.5 और 7.5 के बीच होना चाहिए

बाजरे की खेती के लिए दोमट मिट्टी और दोमट सघन मिट्टी अच्छी मानी जाती है

बाजरे की बुवाई से पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई की जाती है

जुताई के बाद सड़ी हुई खाद को आखिरी थ्रेसिंग से पहले मिट्टी में अच्छी तरह मिला देना चाहिए

बाजरे की खेती के लिए ज्यादा सिंचाई करने की जरूरत नहीं होती है

समय पर बारिश नहीं होने पर भी 10-15 दिनों के अंतराल पर बाजरे की सिंचाई करें

पौधे में जब फूल और दाना आने लगे तो खेत में नमी की मात्रा कम नहीं होनी चाहिए