SIR Row: SIR पर फिर गरमाया माहौल, Rahul- Akhilesh के बाद अब ABRSM ने उठाई आवाज
देशभर में जारी मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) अभियान को लेकर बहस और विवाद लगातार बढ़ रहा है। बिहार में प्रक्रिया के सफल संचालन के बाद अब 12 राज्यों में SIR अभियान गति पकड़ रहा है, लेकिन इसी बीच बीएलओ पर बढ़ते दबाव, काम के बोझ और कई राज्यों में सामने आए बीएलओ की मौत के मामलों ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट में SIR की वैधानिकता पर सुनवाई जारी है, वहीं आरएसएस से जुड़े संगठन ABRSM ने भी चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर समय सीमा बढ़ाने, तकनीकी कमियों को दूर करने और मृत बीएलओ परिवारों को ₹1 करोड़ मुआवजा देने की मांग की है। राजनीतिक दल भी SIR अभियान की गति और समय सीमा पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि कुछ दल इसे मतदाता सूची के सुधार की एक आवश्यक प्रक्रिया बता रहे हैं। यूपी के फतेहपुर में बीएलओ सुधीर कुमार की आत्महत्या ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है, जिससे बीएलओ पर बढ़ते दबाव और कार्य परिस्थितियों को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है। देश में SIR अभियान पर सियासत तेज़ है, आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं और चुनाव आयोग पर अब कई मोर्चों से सवाल खड़े हो रहे हैं।