एक मंच से Devendra Fadnavis की सरकार पर जमकर बरसे उद्धव-राज
महाराष्ट्र में मराठी मानुष की शक्ति और एकता पर जोर दिया गया. एक वक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें महाराष्ट्र में जो स्थिति लानी पड़ी, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बताया कि कैसे उद्योग महाराष्ट्र से बाहर चले गए और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है. वक्ता ने 'फटेंगे तो कटेंगे' जैसे नारों की निंदा की, जिनका इस्तेमाल मराठी लोगों को आपस में लड़ाने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि जब-जब संकट आता है, मराठी लोग एक होते हैं. वक्ता ने प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर सवाल उठाए, जबकि महाराष्ट्र में किसानों की स्थिति दर्दनाक है. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उनकी सरकार द्वारा लाई गई कई विकास योजनाएं रद्द कर दी गईं और ठेके खास लोगों को दिए गए. वक्ता ने कहा कि 'लाडली बहनों' को मिलने वाला पैसा बंद हो जाएगा और नई स्कीम शुरू होगी. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के बयान 'महाराष्ट्र रुकेगा नहीं' पर भी टिप्पणी की. वक्ता ने मराठी अस्मिता पर हो रहे हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई को तोड़ने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने एकजुट होकर खड़े रहने का आह्वान किया और कहा, "हम किसी के साथ दादागिरी करेंगे नहीं, लेकिन किसी ने दादागिरी की तो हम सहन भी नहीं करेंगे." उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मराठी और महाराष्ट्र के विषय पर एकजुट होकर आवाज उठाने की शपथ लेने का अपील की.