Monsoon Session: संसद के हंगामें पर के करोड़ों बर्बाद! Operation Sindoor और SIR पर भी गतिरोध
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 23 Jul 2025 10:02 PM (IST)
देश की संसद, जिसे लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है, लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रही है। सांसद जनहित के फैसले लेने के बजाय शोर-शराबे में व्यस्त हैं। इससे देश का कीमती समय और टैक्सपेयर का पैसा बर्बाद हो रहा है। मानसून सत्र के शुरुआती तीन दिनों में संसद में सिर्फ हंगामा ही देखने को मिला। इस दौरान लगभग ₹27 करोड़ खर्च हो गए, लेकिन कामकाज न के बराबर हुआ। संसद के एक मिनट की कार्यवाही पर ₹2.5 लाख का खर्च आता है। पिछले सत्रों में भी उत्पादकता काफी कम रही है, जैसे जुलाई 2021 में लोकसभा की 21% और राज्यसभा की 29%। इस सत्र में 'ऑपरेशन सिंदूर' और बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण (SIR) जैसे मुद्दों पर चर्चा को लेकर गतिरोध बना हुआ है। हालांकि 'ऑपरेशन सिंदूर' पर 28 और 29 जुलाई को लोकसभा और राज्यसभा में 16-16 घंटे की चर्चा पर सहमति बनी है, फिर भी हंगामा जारी है। आज 24 जुलाई को भी दोनों सदन कई बार स्थगित होने के बाद अंततः कल तक के लिए स्थगित कर दिए गए। इस स्थिति पर एक टिप्पणी में कहा गया कि "देश आपके सदस्यों के आचरण को देख रहा है।" संसद को सुचारु रूप से चलाना सरकार और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है।