National Security: सीमा पार आतंकवाद, आंतरिक अशांति पर भारत का दृढ़ जवाब!
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 02 Oct 2025 10:14 AM (IST)
सीमा पार के आतंकियों द्वारा 26 भारतीय नागरिकों की धर्म पूछकर हत्या के बाद देश में दुख और क्रोध व्याप्त हुआ। सरकार और सेना ने इसका दृढ़ता से जवाब दिया। इस पूरे प्रकरण में नेतृत्व की दृढ़ता, सेना का शौर्य और समाज की एकता सामने आई। इस घटना ने यह भी सिखाया कि अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक सजग रहना होगा और दुनिया में हमारे मित्र कौन हैं, यह भी स्पष्ट हुआ। देश के अंदर अशांति फैलाने वाले असंवैधानिक उग्रवादी और नक्सली आंदोलनों पर शासन-प्रशासन ने कार्रवाई की। समाज ने भी उनकी विचारधारा और क्रूरता को पहचान कर उनसे दूरी बना ली। इन क्षेत्रों में न्याय, विकास, सद्भावना और सामंजस्य स्थापित करने के लिए समाज और शासन-प्रशासन दोनों को योजनाएं चलानी होंगी, क्योंकि इन्हीं के अभाव में उग्रवादी ताकतें पनपती हैं। जैसा कि कहा गया, "डॉ। अंबेडकर साहब ने उसको ग्रामर ऑफ अनारकी कहा है।" हिंसक आंदोलनों से उद्देश्य प्राप्त नहीं होते, बल्कि अराजकता फैलती है और बाहरी स्वार्थी ताकतों को मौका मिलता है।