Premanand Maharaj: क्या प्रेमानंद महाराज की तबीयत ठीक है? क्या है वायरल वीडियो का सच? Bharat Ki Baat | Pratima Mishra
एबीपी न्यूज़ | 09 Oct 2025 11:10 PM (IST)
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को आत्महत्या कर ली. उनके घर से आठ पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नोट में पूरन कुमार ने जातीय आधारित भेदभाव, सार्वजनिक बेइज्जती, मानसिक प्रताड़ना और अत्याचार का जिक्र किया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें बार-बार कैडर से बाहर की पोस्टिंग दी जा रही थी और पिता की मृत्यु से पहले उनसे मिलने के लिए छुट्टी नहीं दी गई. पूरन कुमार की पत्नी, आईएएस अमनीत कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को चार पन्नों की शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी रोहतक नरेंद्र बिजारनिया पर पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. अमनीत कुमार का दावा है कि आत्महत्या से पहले पूरन कुमार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से बात की थी और एसपी रोहतक बिजारनिया ने जानबूझकर उनका फोन नहीं उठाया. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरन कुमार की पत्नी से मुलाकात की है, जहां अमनीत ने मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपकर सुसाइड नोट में नामित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. सूत्रों के अनुसार, इस मामले में डीजीपी शत्रुजीत सिंह और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ जल्द ही एफआईआर दर्ज हो सकती है और तबादले की कार्रवाई भी संभव है. राहुल गांधी ने भी इस घटना को जातिगत भेदभाव से जोड़ते हुए भाजपा शासन पर निशाना साधा है.