मायावती के चुनाव ना लड़ने के फैसले पर बीएसपी नेता सुधींद्र भदौरिया से खास बातचीत | पावर प्ले
ABP News Bureau | 20 Mar 2019 11:21 PM (IST)
डर अच्छे-अच्छों के आत्मविश्वास को हिला देता है...आज मायावती ने जो ऐलान किया उसमें ऐसा ही कुछ दिखा....लेकिन क्या ये डर है या महत्वकांक्षा...महत्वकांक्षा प्रधानमंत्री बनने की. सवाल ये है कि मायावती के चुनाव लड़ने की वजह से गठबंधन को क्या नुकसान होगा ? मायावती और अखिलेश यादव अपने गठबंधन को साथी बता रहे हैं. इसमें सा-साइकिल से लिया गया है और थी-हाथी से, जो इन दोनों ही पार्टियों के चुनाव चिह्न हैं....लेकिन क्या साइकिल का साथ भी अब हाथी को कॉन्फिडेंस नहीं दे पा रहा? अब ये समझिए कि बीजेपी ये क्यों कह रहे हैं कि मायावती डर गई हैं?