भारत की GDP 8.2% पर पहुंची | मैन्युफैक्चरिंग में तेज़ी, GST राहत का असर और सेक्टर के हिसाब से ग्रोथ की जानकारी
भारत की अर्थव्यवस्था जुलाई–सितंबर तिमाही में 8.2 प्रतिशत की मजबूत दर से बढ़ी है, जो पिछले छह तिमाहियों का सबसे ऊंचा स्तर है। पिछले साल इसी तिमाही में GDP 5.6 प्रतिशत थी और अप्रैल–जून में 7.8 प्रतिशत दर्ज की गई थी। अर्थशास्त्रियों ने 7.3 प्रतिशत तक का अनुमान लगाया था, जबकि RBI ने इसे 7 प्रतिशत माना था, लेकिन वास्तविक आंकड़े इन अनुमानों से ऊपर निकल गए। इस तेज वृद्धि के पीछे GST में राहत, त्योहारों से पहले बाजार में बढ़ी मांग, ग्रामीण क्षेत्रों में खर्च का बढ़ना और कई सेक्टर्स में मजबूती जैसी वजहें सामने आई हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहले कहा था कि GST कटौती से लोगों के पास लगभग 2 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त बचत होगी, और दूसरी तिमाही के परिणाम इसी प्रभाव को दर्शाते हैं। सेक्टरवार देखें तो कृषि और खनन जैसे प्राइमरी सेक्टर में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कृषि क्षेत्र 3.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने इस तिमाही में 9.1 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जबकि पिछले वर्ष यह सिर्फ 2.2 प्रतिशत थी। सर्विस सेक्टर ने भी मजबूत प्रदर्शन किया है, जहां ट्रेड, होटल और ट्रांसपोर्ट में 7.4 प्रतिशत, फाइनेंशियल और रियल एस्टेट में 10.2 प्रतिशत तथा पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और डिफेंस में 9.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। यह वीडियो आपको भारत की GDP वृद्धि के हर महत्वपूर्ण पहलू को विस्तार से समझाएगा—आंकड़े क्यों बढ़े, किन सेक्टर्स ने बड़ा योगदान दिया, आगे अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा सकती है और यह सब वैश्विक परिदृश्य पर क्या असर डाल सकता है।