Rahul in US: अमेरिका से चुनाव आयोग पर राहुल गांधी का हमला, क्या सही है उनका दावा? BJP तिलमिलाई
राहुल गांधी एक बार फिर अमेरिका के दौरे पर हैं. लेकिन सिर्फ दौरे पर नहीं, बल्कि चर्चा में भी हैं… और वजह वही पुरानी – विदेशी धरती से भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल. इतिहास गवाह है कि जब-जब राहुल गांधी विदेश गए हैं, उन्होंने भारत की व्यवस्था पर उंगलियां उठाई हैं. और इस बार निशाने पर रहा – भारत का चुनाव आयोग. राहुल के अंग्रेजी में दिए बयान का हिन्दी में मतलब कुछ इस तरह है- हमने देखा कि महाराष्ट्र चुनाव में शाम 5:30 बजे तक जो वोटिंग डेटा आया, उसके बाद 2 घंटे में 65 लाख लोगों ने वोट डाल दिया. ये शारीरिक रूप से असंभव है. एक वोटर को वोट डालने में लगभग 3 मिनट लगते हैं. अगर आप गणित लगाएं तो इसका मतलब है कि सुबह 2 बजे तक मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब हमने उनसे वीडियोग्राफी देने के लिए कहा तो उन्होंने न केवल मना कर दिया, बल्कि उन्होंने कानून भी बदल दिया ताकि हम वीडियोग्राफी के लिए न कह सकें.
इस रिपोर्ट में हम समझेंगे राहुल गांधी ने क्या कहा, उसका क्या मतलब है, और क्यों इस बयान पर सवाल उठ रहे हैं.
























