सपा कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश राजभर के घर फेंके अंडे, नेम प्लेट भी तोड़ी
वे खुद कैबिनेट मंत्री है लेकिन उन्होंने योगी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. उन्होंने कहा,जो काम अखिलेश यादव के जमाने में 500 में होते थे, अब उसके लिए 1000 रुपये लगते हैं. राज्य सभा चुनाव में उनकी पार्टी के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी किया था. सुहेलदेव समाज पार्टी के चार एमएलए हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राजभर को दिल्ली बुला कर उनकी शिकायतें भी सुनी थी. कुछ दिनों तक तो राजभर चुप रहे लेकिन फिर वे एक्शन में आ गए हैं.
बीजेपी के लिए सरदर्द बने कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर अब समाजवादी पार्टी के निशाने पर भी आ गए हैं. लखनऊ में उनके सरकारी बंगले पर अखिलेश यादव के समर्थकों ने टमाटर और अंडे फेंके. लाल टोपी पहने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजभर का नेम प्लेट भी तोड़ दिया.
खबर है कि समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने राजभर का जगह जगह विरोध करने का मन बनाया है लेकिन इसके लिए पार्टी के झंडे और बैनर का इस्तेमाल नहीं होगा. ओमप्रकाश राजभर आए दिन बीजेपी के खिलाफ बोलते रहते हैं. हाल में ही उन्होंने कहा था कि चार साल के मोदी राज में एक भी अच्छा काम नहीं हुआ है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने लिखा है,केवल शराब ही क्यों? गांजा, चिलम, ताड़ी, तम्बाकू, अफीम और अहंकार के खिलाफ भी आंदोलन हो. ये नशे भी तो आजकल खूब चल रहे हैं. नशा लोग करते हैं, कोई जाति नहीं.
राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा था,राजपूत और यादव जाति के लोग सबसे ज्यादा दारू पीते हैं. यह उनका पुश्तैनी कारोबार है. वाराणसी में ओमप्रकाश राजभर शराबबंदी पर बोल रहे थे. इसके जवाब में अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया है.
ओमप्रकाश राजभर यूपी के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हैं. वे बीजेपी के दल सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. पिछले कुछ समय से वे बीजेपी से और योगी सरकार से लगातार नाराज चल रहे हैं लेकिन कल वाराणसी में उन्होंने ऐसी बात कह दी कि अब समाजवादी पार्टी ने भी उन्हें टारगेट पर ले लिया है.
नारे लगाते कार्यकर्ता पहुंचे और मंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे. करीब पांच मिनट राजभर के घर के बाहर हंगामा चलता रहा लेकिन उनके घर पर मौजूद लोगों ने गेट नहीं खोला. राजभर लखनऊ से बाहर वाराणसी गए हुए है. उनका सरकारी बंगला 9 A कालिदास मार्ग पर है, जो सीएम योगी आदित्यनाथ के घर से मुश्किल से सौ मीटर भी दूर नहीं है.