सीएम योगी की पहल पर अखाड़ा परिषद ने वापस लिया कुंभ के बहिष्कार का फैसला, करेंगे शाही स्नान
इलाहाबाद : साधू-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इलाहाबाद के कुंभ मेले के बहिष्कार का अपना फैसला वापस ले लिया है. अखाड़ों के साधू संत अब कुंभ मेले का बहिष्कार नहीं करेंगे और परम्परागत तरीके से पेशवाई निकालने के साथ ही शाही स्नान भी करेंगे. अखाड़ों ने बहिष्कार वापसी का यह फैसला सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर लिया है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक आज इलाहाबाद में बाघम्बरी गद्दी मठ में हुई. बैठक में सभी तेरहों अखाड़ों के दो दो प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में कुंभ के बहिष्कार का फैसला वापस लेने के साथ ही कई अन्य अहम फैसले भी लिए गए. बैठक में तय किया गया कि सभी तेरह अखाड़े अपने महामंडलेश्वरों और दूसरे प्रमुख संतों की लिस्ट अखाड़ा परिषद के माध्यम से कुंभ मेला प्रशासन को मुहैया करा देंगे, ताकि मेले में फर्जी बाबाओं की इंट्री रोकी जा सके.
बैठक में फर्जी बाबाओं से दूरी बनाने और उन्हें बेनकाब करने की कवायद को आगे भी जारी रखने का फैसला किया गया. अखाड़ा परिषद की इस बैठक में कुंभ की पेशवाई के रास्तों को तय करने और प्रशासन से तालमेल बनाने के लिए कमेटी गठित किए जाने का भी फैसला किया गया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ अखाड़ों की सारी समस्याओं को जल्द ही दूर कराने का वायदा किया है, बल्कि अखाड़ों के साधू संतों से मिलने के लिए कल (शनिवार 19 मई को) वह खुद ही इलाहाबाद भी आ रहे हैं. साधू संतों के साथ होने वाली बैठक में सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव मौर्य कुंभ के स्नान पर्वों और शाही स्नान की तारीखों का औपचारिक एलान किया जाएगा.
हालांकि अखाड़ों के साधू संतों की मांग अभी पूरी नहीं हुई है, फिर भी संत मुख्यमंत्री के वायदे का सम्मान करते हुए अखाड़ों ने बहिष्कार का अपना फैसला वापस ले लिया है. साधू संतों का कहना है कि वह कल सीएम के साथ होने वाली बैठक में अपनी समस्याएं उठाएंगे और उसे उनसे दूर किये जाने की गुहार लगाएंगे.