कानपुर: सनातनधर्म मंदिर की झांकी में दिया गया 'एक भारत' का संदेश, अनुच्छेद 370 का भी दिखा असर
कृष्ण जन्माष्टमी पर कानपुर के सनातनधर्म मंदिर की झांकी.
कृष्ण जन्माष्टमी पर कानपुर के सनातनधर्म मंदिर की झांकी.
कृष्ण जन्माष्टमी पर कानपुर के सनातनधर्म मंदिर की झांकी.
इस साल कुछ नई झांकिया भी सजाई गई हैं. एक झांकी गणेश परिक्रमा की और एक अहिल्या उद्धार की है.
सनातनधर्म मंदिर के प्रबंधक कुंजबिहारी के मुताबिक इस मंदिर में सन 1950 से पहले से झांकिया सजाई जा रही है.
जम्मू से कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के विशालकाय नक्शे की झांकी बनाई गई है. जिसमें बताया गया है कि अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान हटने के बाद अब भारत का नक्शा पूरा हुआ है.
इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर मंदिर प्रबंधन की तरफ से अनुच्छेद 370 पर झांकी सजाने पर विचार किया गया था. झांकी में जम्मू कश्मीर के लाल चौक पर राष्ट्रिय ध्वज को फहराते हुए दिखाया गया है.
इसी तरह देश के वर्तमान हालातों पर भी एक झांकी सजाई थी. जिसे देखने के लिए लाखों लोग आते हैं.
सनातनधर्म मंदिर की झांकियां अजादी के पहले से अकार्षण का केंद्र रही है. अजादी से पहले भी इस मंदिर में गुलामी में जकड़ी भारत माता की प्रतिमा को दिखाया जा चुका है.
कई स्कूल के बच्चे इन झांकियों को देखने के लिए पहुंचे. इस झांकियों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक भारत को दर्शाया गया है. जो एकता और अखड़ता का संदेश दे रही हैं.
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर कानपुर में सजाई गई झांकियों मे अनुच्छेद 370 का असर देखने को मिला रहा है. सैकड़ों वर्ष पुराने श्री सनातनधर्म मंदिर में भव्य झांकियों को सजाया गया है. जिसमें अनुच्छेद 370 पर सजाई गई झांकी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है.