Railway Ticket Transfer Rules: ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या हर साल बढ़ रही है, लाखों लोग रोजान एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ट्रेन का सहारा लेते हैं. खासतौर पर त्योहारों के मौके पर ट्रेन में टिकटों की मारामारी होती है. ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी होते हैं, जिनमें एक सवाल ये भी है कि क्या किसी दूसरे के टिकट पर कोई और यात्रा कर सकते है या नहीं... आज हम आपको अपनी IRCTC रूल्स वाली खास सीरीज में इस सवाल का जवाब देंगे. 


दरअसल तमाम तरह की यात्राओं के लिए रेलवे की तरफ से नियम बनाए गए हैं. ठीक ऐसा ही नियम दूसरे के टिकट पर यात्रा करने को लेकर भी है. आप दूसरे के कंफर्म टिकट पर आसानी से सफर कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले आपको इन नियमों के बारे में जानकारी होनी जरूरी है. 


सिर्फ इन लोगों को ट्रांसफर होता है टिकट
रेलवे के नियमों के मुताबिक कंफर्म टिकट पर यात्रा सिर्फ माता-पिता, भाई-बहन, बेटा-बेटी या फिर पति-पत्नी कर सकते हैं. यानी अपने परिवार को ही आप अपने टिकट पर यात्रा करवा सकते हैं. किसी और के टिकट पर ट्रेन की यात्रा मुमकिन नहीं है. आपका कोई दोस्त भी आपकी टिकट पर यात्रा नहीं कर सकता है, सिर्फ परिवार के लोगों को ही टिकट ट्रांसफर हो सकती है.


कैसे ट्रांसफर होता है टिकट?
ट्रेन का टिकट ट्रांसफर करने का प्रोसेस भी काफी आसान है. इसके लिए आपको कंफर्म टिकट की एक कॉपी लेकर रिजर्वेशन काउंटर पर जाना होता है. जिसके नाम से आपको टिकट ट्रांसफर करनी है, उसका भी पहचान पत्र यहां लगता है. आपको बताना होगा कि जिसे आप टिकट ट्रांसफर कर रहे हैं उसके साथ आपका क्या रिश्ता है. आपको अपना भी एक पहचान पत्र देना होता है. जांच के बाद आपका टिकट आपके परिवार के सदस्य को ट्रांसफर कर दिया जाता है. इस बात का जरूर खयाल रखें कि आप ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले टिकट ट्रांसफर के लिए आवेदन कर लें.


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