Railway Rules For Ticket Upgradation: देश में रोजाना करोड़ों यात्री ट्रेन के जरिए सफर करते हैं, जिनकी सुविधा के लिए रेलवे हजारों ट्रेनें चलाता है. ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से कई नियम बनाए गए हैं जो उनके फायदे के लिए होते हैं. इन्हीं में से एक है टिकट अपग्रेडेशन स्कीम. जिसके तहत स्लीपर क्लास की टिकट वाले यात्री भी एसी कोच में सफर कर सकते हैं.
यह नियम खास तौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद है जिन्हें आरामदायक यात्रा चाहिए लेकिन टिकट बुकिंग के समय एसी सीटें उपलब्ध नहीं होतीं. रेलवे की यह योजना यात्रियों को बिना कोई अतिरिक्त किराया दिए उच्च श्रेणी में सफर का मौका देती है. आइए जानते हैं यह स्कीम कैसे काम करती है और किन शर्तों पर लागू होती है.
क्या है रेलवे की ऑटोमेटिक अपग्रेडेशन स्कीम?
रेलवे की यह योजना यात्रियों के हित में शुरू की गई है. जिससे ट्रेन की खाली सीटों का सही उपयोग हो सके. जब किसी ट्रेन में एसी कोच की सीटें खाली रह जाती हैं और स्लीपर कोच की सीटें पूरी तरह भर जाती हैं. तब सिस्टम के जरिए कुछ यात्रियों को स्वचालित रूप से अपग्रेड किया जाता है.
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इस स्कीम में कोई अतिरिक्त किराया नहीं लिया जाता. यानी अगर आपके पास स्लीपर टिकट है और भाग्य से एसी सीट खाली है. तो आपको वही टिकट पर एसी में सफर करने का मौका मिल सकता है. टिकट बुक करते वक्त यात्रियों को बस Yes for Auto Upgrade का ऑप्शन चुनना होता है.
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किन यात्रियों को मिलेगा फायदा और क्या हैं जरूरी शर्तें?
यह सुविधा केवल उन्हीं यात्रियों को मिलती है जिनका टिकट कन्फर्म है. वेटिंग या आरएसी टिकट धारकों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाता. इसके अलावा यह स्कीम ग्रुप बुकिंग या स्पेशल ट्रेन टिकटों पर लागू नहीं होती. अगर आपका टिकट अपग्रेड होता है.
तो ट्रेन चार्ट बनने के बाद आपका कोच और सीट नंबर बदलकर एसी कोच में दिखेगा. अपग्रेड पूरी तरह फ्री है यानी स्लीपर टिकट पर एसी का आराम. इस स्कीम से यात्रियों को तो फायदा मिलता ही है. इसके साथ ही रेलवे को भी अपनी खाली सीटों से अतिरिक्त आमदनी का अवसर मिलता है.
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