PM Vishwakarma Yojana: केंद्र सरकार देश के लोगों के लिए समय-समय पर कई तरह की योजनाएं शुरू करती है. जिससे हर वर्ग के लोग आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें. इन योजनाओं का फायदा किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों और कारीगरों तक को मिलता है. इसी तरह सरकार ने पिछले साल एक खास योजना शुरू की थी. जिसमें लोगों को अपने हुनर को निखारने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है और साथ ही बेहद कम ब्याज दर पर लोन की सुविधा भी मिलती है. 

Continues below advertisement

इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना. इस स्कीम का मकसद उन लोगों को आगे बढ़ाना है जो पारंपरिक काम करते हैं. सरकार चाहती है कि यह लोग अपने हुनर को नए स्तर तक ले जाकर खुद का काम शुरू करें और आत्मनिर्भर बनें. चलिए बताते हैं किसे और कैसे मिल सकता है इस योजना में फायदा.

क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना खास तौर पर देश के कारीगरों और शिल्पकारों के लिए शुरू की गई है.  जो लोग किसी पारंपरिक काम में जुड़े हैं. उन्हें इस योजना के ज़रिए ट्रेनिंग और आर्थिक मदद दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान डेली स्टाइपेंड मिलता है. और ट्रेनिंग के बाद सरकार 15 हजार रुपये तक का टूलकिट के लिए देती है. 

Continues below advertisement

जिससे वह अपने काम के लिए जरूरी औजार खरीद सकते हैं. इसके बाद उन्हें 1 लाख रुपये तक का पहला लोन और 2 लाख रुपये तक का दूसरा लोन दिया जाता है. इन लोन पर ब्याज दर सिर्फ 5% रखी गई है. जबकि सामान्य तौर पर बैंकों में यह दर 10 से 12 प्रतिशत तक होती है. 

यह भी पढ़ें: पिता ने पूरी प्रॉपर्टी दान कर दी तो क्या दावा ठोक सकते हैं बच्चे, कैसे मिलेगा अधिकार?

इन लोगों को मिलता है फायदा 

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत देश के 18 तरह के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को फायदा दिया जाता है. इनमें वे लोग शामिल हैं जो अपने हाथों के हुनर से काम करते हैं. जैसे बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, राजमिस्त्री, मोची, दर्जी, नाई, बुनकर, हथकरघा बुनकर, टोकरी बनाने वाले, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले, चर्मकार, ताला-चाबी बनाने वाले, नाव बनाने वाले, पत्थर तराशने वाले और खिलौने या सजावटी सामान बनाने वाले कारीगर.

 इन सभी लोगों को इस योजना के तहत ट्रेनिंग, मार्डन टूलकिट और बहुत कम ब्याज पर 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. सरकार का मकसद है कि यह लोग अपने पारंपरिक काम को नई तकनीक से जोड़कर अपनी आमदनी बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बनें.

यह भी पढ़ें: मात्र 50 हजार रुपये से शुरू कर सकते हैं इतने सारे बिजनेस, कमाल के हैं ये आइडिया

कैसे मिलेगा इस योजना का फायदा

अगर कोई व्यक्ति इस योजना का लाभ लेना चाहता है. तो उसे पीएम विश्वकर्मा योजना पोर्टल या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर आवेदन करना होगा. आवेदन के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक और अपने काम का प्रमाण पत्र जरूरी है. आवेदन के बाद सरकार द्वारा जांच की जाती है और पात्र लोगों को ट्रेनिंग और लोन की सुविधा दी जाती है. 

इस स्कीम में पारंपरिक हुनर को बढ़ावा दिया जाता है. छोटे कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय रोजगार को मजबूत करने का काम किए जाते हैं. सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले सालों में देश के लाखों कारीगर इस योजना से जुड़ें और अपने हुनर से कमाई कर सकें. अब तक देशभर में हजारों लोग इस स्कीम का फायदा उठा चुके हैं

यह भी पढ़ें: कभी भी लो फ्लाइट टिकट... किराया रहेगा बराबर, हवाई यात्रा के लिए कमाल की है ये स्कीम, जानिए कैसे मिलेगा फायदा