Foreign Products: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर काफी ज्यादा जोर दिया है. यह संबोधन नई जीएसटी दरों के लागू होने से एक दिन पहले हुआ. इन नई जीएसटी दरों के बाद व्यापार, मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, सभी को फायदा होने की उम्मीद है. इन वित्तीय सुधारो के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की तरक्की के लिए स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर होने पर भी जोर दिया. 

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मेड इन इंडिया को बढ़ावा देना 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर नागरिक से यह गुजारिश की है कि वह जानबूझकर भारत में बने उत्पादों का इस्तेमाल करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की अगर लोग कंघी और साबुन जैसी दैनिक जरूरत की चीजों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक, सब भारत में बना ही इस्तेमाल करेंगे तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और भारतीय उद्यमियों को फायदा पहुंचेगा. उन्होंने आगे कहा की हर दुकान को स्वदेशी से सजाना है. आइए जानते हैं हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में किन विदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं.

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रोजमर्रा की चीजों में विदेशी उत्पादन 

यूं तो आत्मनिर्भरता के लिए जोर दिया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी कई विदेशी उत्पादन भारत में रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा साबुन और शैंपू, एनर्जी ड्रिंक, दीपावली की लाइटें, कंघी और पर्सनल केयर के सामान, वाशिंग मशीन और ग्राइंडर, टूथब्रश और टूथपेस्ट, शेविंग क्रीम, चॉकलेट और मिल्क पाउडर और साथ में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट शामिल हैं.

जीएसटी सुधार और उनका असर 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी अपनाओ की अपील के साथ नागरिकों के रोजमर्रा और भविष्य की जरूरत के हिसाब से जीएसटी नाच में सुधार की घोषणा की है. अब नए टैक्स सिस्टम में सिर्फ दो स्लैब होंगे. पहला 5% और दूसरा 18%. इसी के साथ ज्यादातर रोजमर्रा की चीज भी सस्ती हो जाएगी जैसे कि खाना, दवाएं, साबुन, हेल्थकेयर सेवाएं और जीवन बीमा.

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