PM Awas Yojana 2.0: भारत सरकार देश के नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए बहुत सी योजनाएं चलाती है. सरकार इन योजनाओं को समाज के विभिन्न वर्गों को ध्यान में रखकर बनाती है, जिसका लाभ करोड़ों लोग लेते हैं. ऐसी ही केंद्र सरकार की एक योजना है प्रधानमंत्री आवास योजना. इस योजना का उद्देश्य भारत में सभी को अपना घर मुहैया कराना है, जिससे उनके जीवन में सुधार हो. 

दरअसल, अपना घर सभी का सपना होता है. एक मध्यम वर्गीय आदमी अपना घर बनाने के लिए पूरी जिंदगी मेहनत करता है, फिर भी घर बनाने का सपना अधूरा रह जाता है. ऐसे लोगों के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना चलाती है, जिसके तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. केंद्र सरकार ने यह योजना 2015 में शुरू की थी. अब पीएम आवास योजना 2.O शुरू हो चुकी है, जिसके नियमों में बदलाव किया गया है. 

पहले था यह नियम

पीएम आवास योजना के तहत सरकार गरीबों को पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता देती है. पहले इस योजना में एक ही परिवार में माता-पिता के अलावा बेटों को भी अपने नाम से मकान बनवाने के लिए लाभ लेने की सुविधा थी. बशर्ते बेटे के हिस्से का आवास जर्जर हो या जमीन पर कोई निर्माण काम न किया गया हो. हालांकि, पीएम आवास योजना-दो में इस नियम पर रोक लगा दी गई है. 

क्या बेटे को मिल सकता है योजना का लाभ

पीएम आवास योजना-दो के तहत ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं. हालांकि, योजना की शर्तों में कई बदलाव किए गए हैं. इसके तहत अब पूर्व में माता-पिता के नाम से किसी भी योजना के तहत आवास का लाभ मिल चुका है तो बेटों को इसका लाभ नहीं मिलेगा. हालांकि, पूर्व में माता या पिता ने पीएम आवास योजना का लाभ नहीं लिया तो बेटों को इसका लाभ मिल सकेगा, इसके लिए शर्तें निर्धारित की गई हैं. ऐसे में व्यक्ति को शपथ पत्र देना होगा. जांच में अगर गड़बड़ी पकड़ी गई तो रिकवरी और कार्रवाई दोनों हो सकती हैं. 

आधार से होगा सत्यापन

योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए आधार कार्ड से सत्यापन किया जाएगा. अगर कोई व्यक्ति योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करता है तो उसे माता-पिता का आधार कार्ड भी देना होगा, जिससे इस बात का पता चल सके कि पूर्व में उन्होंने योजना लाभ नहीं लिया है. 

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