Phone Safety Tips: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी रोजमर्रा की जरूरत बन चुका है. कॉल करना हो पेमेंट करनी हो या फोटो शेयर करनी हो. हर काम अब फोन से ही होता है. लेकिन यही फोन हमारी प्राइवेट लाइफ में झांकने का जरिया भी बन सकता है. दरअसल जब हम किसी ऐप को इंस्टॉल करते हैं. तो अक्सर बिना सोचे-समझे लोकेशन, कैमरा या माइक्रोफोन जैसी परमिशन दे देते हैं.
यही छोटी सी गलती कई बार फोन को ट्रैकिंग या डेटा चोरी का शिकार बना देती है. कई ऐप्स तो बंद होने के बाद भी बैकग्राउंड में डेटा भेजते रहते हैं. इसलिए अब वक्त है कि आप अपने फोन की प्राइवेसी सेटिंग्स को खुद कंट्रोल में लें. कुछ आसान बदलावों से आप अपने स्मार्टफोन को पूरी तरह सुरक्षित बना सकते हैं.
फोन में इस सेटिंग को करें बंद
जब भी आप कोई नया ऐप डाउनलोड करते हैं. तो आमतौर पर हम तुरंत Allow पर क्लिक कर देते हैं. यही लापरवाही आगे चलकर परेशानी बनती है. क्योंकि कई ऐप्स जरूरत से ज्यादा एक्सेस मांगते हैं. इन्हें रोकने के लिए सबसे पहले ऐप आइकन को लंबे समय तक दबाएं. फिर App info > Permissions पर जाएं. वहां देखें कि कौन-सी परमिशन एक्टिव हैं और जिनकी जरूरत नहीं है. उन्हें Deny या Ask Every Time पर सेट कर दें.
यह भी पढ़ें: सरकार की इस योजना में 436 रुपये में मिलेगा लाखों का बीमा कवर, जानें फायदे का सौदा
अगर आप सभी ऐप्स की परमिशन एक साथ देखना चाहते हैं तो Settings > Security & Privacy > Permission Manager में जाएं. वहां से किसी भी ऐप की परमिशन कैंसिल की जा सकती है. लोकेशन के मामले में भी सावधानी जरूरी है. Settings > Location > App permissions में जाकर Use Precise Location का टॉगल बंद करें. इससे ऐप आपकी सटीक लोकेशन नहीं जान पाएगा.
बैकग्राउंड डेटा और ट्रैकिंग करें बंद
कई ऐप्स बिना इस्तेमाल किए भी फोन में चलते रहते हैं और बैटरी या डेटा खत्म करते हैं. इन्हें रोकने के लिए Settings > Apps > Battery Usage में जाकर Allow background activity को ऑफ करें. इससे ऐप सिर्फ तभी चलेगा जब आप उसे खुद खोलेंगे. ध्यान रहे कि मैसेज या ईमेल ऐप्स पर इसे बंद करने से नोटिफिकेशन में देरी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: 5 लाख की पूंजी में शुरू करें ये बिजनेस, कुछ ही महीनों में होगा लाखों का मुनाफा
इसी तरह Settings > Location > Location Services में जाकर Bluetooth scanning और Wi-Fi scanning दोनों को बंद कर दें. इससे आपकी डिवाइस बार-बार आस-पास के नेटवर्क को स्कैन नहीं करेगी और ट्रैकिंग का खतरा घटेगा.
यह भी पढ़ें: मोबाइल की डेटा केबल बार-बार हो जाती है खराब, कहीं इसके पीछे आपकी ये गलती तो नहीं?