देश में कुछ ही दिनों में लोक अदालत लगने जा रही है. यह न्याय व्यवस्था का एक अहम पार्ट है. जहां आम लोगों को छोटे-छोटे मामलों का निपटारा जल्दी और आसान तरीके से हो जाता है. यहां बिना लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरे विवाद सुलझाए जाते हैं और लोगों को राहत मिलती है. सबसे खास बात यह है कि लोक अदालत में फैसले आपसी सहमति से होते हैं. 

जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है. यहां ट्रैफिक चालान जैसे मामूली मामले ही नहीं कई और चीजों के लिए आपको समाधान मिलता  है. यही कारण है कि लोक अदालत में बहुत से लोग आते हैं. चलिए आपको बताते हैं कब लगने जा रही है देश में अगली लोक अदालत. 

इस तारीख को लगेगी लोक अदालत

हर साल लोगों को लोक अदालत लगने का इंतजार रहता है. देश में कुछ समय के अंतराल पर लोक अदालत का आयोजन होता है. ताकि लंबित मामलों का तेजी से निपटारा किया जा सके. 13 सितंबर 2025 को सिविल कोर्ट परिसर में लोक अदालत लगाई जाएगी. यह साल की तीसरी लोक अदालत होगी. जिसमें खास तौर पर ट्रैफिक चालान से जुड़े मामलों पर सुनवाई की जाएगी. 

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कई बार लोक अदालत में बकाया चालान पूरी तरह माफ हो जाते हैं, तो कुछ मामलों में राशि बहुत कम कर दी जाती है. यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोग अपने मामले निपटवाने के लिए लोक अदालत का रुख करते हैं. और सिर्फ चालान ही नहीं है लोग बल्कि और भी मामलों का इस में निपटारा किया जाता है. 

इन मामलों को भी होता है निपटारा

लोक अदालत में सिर्फ ट्रैफिक चालान ही नहीं बल्कि और भी कई तरह के मामलों का निपटारा किया जाता है. यहां बिजली और पानी के बिल से जुड़े विवाद, बैंक रिकवरी के मामले, बीमा क्लेम से जुड़े केस, पारिवारिक विवाद और संपत्ति से जुड़े छोटे-छोटे मामलों का समाधान भी किया जाता है. लोक अदालत में फैसले आपसी सहमति से होते हैं.

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जिससे दोनों पक्षों का समय और पैसा बचता है. यहां कोर्ट फीस नहीं लगती और न ही लंबे समय तक केस खिंचते हैं. यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोग अपने पुराने लंबित मामलों को निपटवाने के लिए लोक अदालत में पहुंचते हैं और तेजी से राहत पाते हैं. आपको बता दें इसके लिए पहले आपको आवेदन करना होता है. तब आप इसमें शामिल हो सकते हैं. 

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