आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में हर किसी को पैसों की जरूरत पड़ती है. कभी शॉपिंग करनी हो, कभी इलाज कराना हो, तो कभी किसी इमरजेंसी में पैसों की जरूरत हो, ऐसे में सबसे आसान तरीका क्रेडिट कार्ड बन गया है. क्रेडिट कार्ड आज के दौर में एक ऐसा साथी बन गया है, जो आपको बिना जेब में पैसा रखे भी खर्च करने की आजादी देता है. लेकिन अक्सर लोग इसे उधार समझकर खर्च तो कर लेते हैं, पर जब बिल भरने की बारी आती है, तो या तो भूल जाते हैं या सोचते हैं कि एक-दो दिन की देरी से क्या फर्क पड़ता है. लेकिन ये एक-दो दिन की देरी आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है, खासकर आपके क्रेडिट स्कोर को लेकर ये बड़ी मुश्किल बन सकती है और जब स्कोर गिरता है, तो ना सिर्फ आपका लोन लेना मुश्किल हो जाता है, बल्कि आपकी क्रेडिट पर भी असर पड़ता है. तो चलिए जानते हैं कि टाइम से पेमेंट न करने पर कब सिबिल स्कोर घट जाता है.
क्या होता है सिबिल स्कोर और क्यों है ये इतना जरूरी?
जब भी आप क्रेडिट कार्ड लेते हैं या लोन लेते हैं, तो आपका एक क्रेडिट रिकॉर्ड बनता है. इस रिकॉर्ड के आधार पर आपका सिबिल स्कोर तैयार होता है. ये स्कोर 300 से 900 तक होता है. 700 से ऊपर स्कोर को अच्छा माना जाता है और इससे नीचे जाने पर बैंक आपको लोन देने में सोचने लगते हैं. इस स्कोर को देखकर बैंक तय करते हैं कि आप कितने भरोसेमंद हैं. अगर आपने अपने पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड के बिल सही समय पर चुकाए हैं, तो आपका स्कोर अच्छा होगा. लेकिन अगर आपने पेमेंट में देरी की, तो स्कोर गिरने लगता है और यहीं से परेशानी शुरू हो जाती है.
टाइम से पेमेंट न करने पर कब सिबिल स्कोर घट जाता है?
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल 1 या 2 दिन लेट भरते हैं, तो आमतौर पर कोई बड़ी दिक्कत नहीं होती है. बैंक इसे मामूली मानते हैं. यह जानकारी सिबिल या अन्य क्रेडिट एजेंसियों को नहीं भेजी जाती है और स्कोर पर असर नहीं पड़ता है. वहीं अगर आपने हफ्ते भर तक भी बिल नहीं चुकाया, तो अभी भी सिबिल को रिपोर्ट नहीं होता, लेकिन बैंक इस बात को नोट कर लेते हैं और बार-बार ऐसा करने से आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर असर पड़ सकता है. इसके बाद 15 से 30 दिन की देरी से सिबिल स्कोर 50 से 100 पॉइंट तक गिर सकता है. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री कैसी रही है. अगर पहले से स्कोर कम है, तो यह और भी गिर सकता है.
30 दिन से ज्यादा की देरी पर सिबिल स्कोर
अगर आपने 1 महीने से ज्यादा तक क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भरा, तो बैंक इसे सिबिल जैसी एजेंसियों को रिपोर्ट कर देते हैं. स्कोर में 90 से 110 पॉइंट तक की गिरावट आ सकती है. यह जानकारी आपकी रिपोर्ट में 6 साल तक बनी रहती है. वहीं इसके बाद भी जब दो महीने तक आप पेमेंट नहीं करते, तो बैंक इसे डिफॉल्ट मान लेते हैं. स्कोर में 130 से 150 पॉइंट की गिरावट आ सकती है. इसके अलावा अगर चार महीने से ज्यादा अगर आपने बिल नहीं चुकाया तो आपकी क्रेडिट प्रोफाइल लगभग बर्बाद हो जाती है. फ्यूचर में लोन लेना बेहद मुश्किल हो जाता है, ब्याज दरें बहुत ज्यादा लग सकती हैं और कई बैंक आपको ब्लैकलिस्ट तक कर सकते हैं.
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