भारत में हर दिन लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. शादी-ब्याह, घूमने जाना, काम या परिवार से मिलने के लिए ट्रेन सबसे भरोसेमंद और सस्ती यात्रा का माध्यम है. ट्रेन यात्रा की सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ एक ही समय में कई टिकट बुक कर सकते हैं. लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि जब आप 4 से 5 लोगों के लिए टिकट बुक करते हैं, तो सभी के टिकट कंफर्म नहीं होते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर एक ही परिवार में पांच लोग हैं और उनमें से सिर्फ तीन का टिकट कंफर्म हुआ, तो क्या बाकी लोग ट्रेन में सफर कर सकते हैं, क्या टीटीई उन्हें ट्रेन से उतार देगा और क्या जुर्माना लगेगा. तो आइए जानते हैं कि फैमिली में 5 लोग लेकिन तीन ही टिकट हुई कंफर्म हैं तो बाकी यात्रा कैसे कर सकते हैं. 

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रेलवे में टिकट बुकिंग का सिस्टम कैसे काम करता है?

जब आप एक ही बुकिंग में 4-5 लोगों के टिकट लेते हैं, तो आपके टिकट के लिए एक PNR नंबर जनरेट होता है. यह PNR आपके सभी टिकटों की जानकारी का रिकॉर्ड होता है. इसमें कौन-कौन लोग यात्रा कर रहे हैं, कौन सी ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं, सीट नंबर और कोच, यात्रा की तिथियां शामिल होता है. ऐसे में अगर आपने पांच लोगों का टिकट बुक किया. इसमें से कुछ टिकट कंफर्म हो जाते हैं और कुछ वेटिंग लिस्ट में चले जाते हैं तो पहले नियम यह था कि अगर एक ही PNR पर कुछ टिकट कंफर्म हों और कुछ वेटिंग में हों, तो सभी लोग ट्रेन में चढ़ सकते थे. वेटिंग लिस्ट वाले यात्री भले ही सीट न पा पाएं, लेकिन ट्रेन में यात्रा कर सकते थे और टीटीई उन्हें नहीं उतारता था. लेकिन अब रेलवे ने नियम बदल दिया है. 

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नए नियम क्या है वेटिंग टिकट वालों के लिए? 

अब रेलवे साफ कर चुका है कि सिर्फ वही यात्री ट्रेन में सफर कर सकता है जिसका टिकट कंफर्म है. वेटिंग लिस्ट वाले यात्री स्लीपर या AC कोच में नहीं चढ़ सकते हैं. अगर आपके टिकट की स्थिति चार्ट बनने के बाद भी वेटिंग में है, तो आप उस कोच में यात्रा नहीं कर सकते हैं. अगर आप ट्रेन में बिना कंफर्म टिकट के चढ़ते हैं, तो टीटीई आपको ट्रेन से उतार सकता है और जुर्माना या कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है. 

अगर 5 में से 3 टिकट कंफर्म हैं तो क्या करें?

अगर आपकी फैमिली में 5 लोग हैं और टिकट बुकिंग के बाद 3 टिकट कंफर्म हो गई और 2 वेटिंग में रह गए तो वेटिंग लिस्ट वाले यात्री, अगर टिकट RAC  में बदल जाता है, तो आप ट्रेन में चढ़ सकते हैं. RAC का मतलब है कि आपकी सीट किसी के साथ शेयर होगी. अगर टिकट चार्ट बनने के बाद भी वेटिंग में है, तो आप सीधे ट्रेन में नहीं चढ़ सकते हैं. इसके अलावा स्टेशन पर जाकर जनरल टिकट खरीद सकते हैं. UTS ऐप से जनरल टिकट बुक कर सकते हैं. बिना टिकट या वेटिंग टिकट के ट्रेन में चढ़ना नियमों के खिलाफ है और टीटीई कार्रवाई कर सकता है. 

IRCTC और वेटिंग टिकट

अगर आपने ऑनलाइन टिकट बुक किया और वह कंफर्म नहीं हुई तो IRCTC उस टिकट को ऑटो-कैंसिल कर देता है और पैसा वापस कर देता है. इसका मतलब है कि आपको खुद टिकट कैंसिल करने की जरूरत नहीं है. अगर ट्रेन में किसी यात्री ने यात्रा कैंसिल कर दी और सीट खाली हो जाती है, तो टीटीई किसी वेटिंग यात्री को सीट दे सकता है. 

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