गुरुग्राम में ट्रैफिक चालान का भुगतान अब बेहद आसान और डिजिटल तरीके से किया जा सकेगा. अब वाहन चालकों को चालान भरने के लिए ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर या कोर्ट के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है. शहर की ट्रैफिक पुलिस ने चालान भुगतान की प्रक्रिया को तेज और सुविधाजनक बनाने के लिए QR कोड आधारित कियोस्क मशीन लगाने का फैसला किया है. चलिए जानें कि यह कैसे काम करेगी.
अभी कहां लगी है यह मशीन
शुरुआत में यह कियोस्क मशीन शहर के सबसे बड़े और व्यस्त एंबियंस मॉल में लगाई गई है. यह कदम देश में पहली बार QR कोड के जरिए ट्रैफिक चालान भुगतान की सुविधा देने के लिए उठाया गया है. इसका मकसद लोगों के लिए भुगतान प्रक्रिया को सरल, तेज और यूजर फ्रेंडली बनाना है.
यह कैसे करेगी काम?
इस कियोस्क का इस्तेमाल करना बेहद आसान है. वाहन चालक अपने वाहन नंबर या चालान नंबर दर्ज करेंगे और मशीन स्क्रीन पर एक QR कोड दिखाई देगा. इसे मोबाइल फोन से स्कैन करने पर चालान का भुगतान तुरंत हो जाएगा. यह पूरी प्रक्रिया ATM मशीन की तरह आसान और सीधी है, जिसे कोई भी बिना किसी तकनीकी ज्ञान के आसानी से इस्तेमाल कर सकता है.
24 घंटे कर पाएंगे भुगतान
खास बात यह है कि यह कियोस्क 24 घंटे चालू रहेगा. यानी लोग अपनी सुविधा के अनुसार दिन या रात कभी भी अपने चालान का भुगतान कर सकते हैं. मॉल जैसे व्यस्त स्थान पर इसे लगाना इसलिए भी फायदे का सौदा है, क्योंकि यहां आने वाले लोग अपनी शॉपिंग के दौरान ही चालान भर सकते हैं. इससे समय की बचत होती है. हालांकि, ट्रैफिक पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि कोर्ट में भेजे गए चालानों का भुगतान अभी इस कियोस्क के जरिए नहीं किया जा सकेगा.
पहले कैसे होता था चालान
पहले वाहन चालकों को चालान भरने के लिए ट्रैफिक पुलिस कार्यालय या कोर्ट जाना पड़ता था. इसमें समय और मेहनत दोनों लगते थे और कई बार लंबी कतारों में खड़े होना पड़ता था. QR कोड कियोस्क इस समस्या का समाधान है. इससे चालान भुगतान तेज, पारदर्शी और सुविधाजनक हो गया है.
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