राजस्थान के दो प्रमुख तीर्थ स्थल खाटू श्याम जी और सालासर बालाजी के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है. अब दिल्ली से सीधे हेलीकॉप्टर के जरिए दोनों धामों की यात्रा कुछ ही घंटों में पूरी की जा सकेगी. शनिवार को इस विशेष सेवा की शुरुआत की गई. पहली उड़ान के साथ ही मशहूर कवि और लेखक डॉक्टर कुमार विश्वास अपने परिवार के साथ बाबा श्याम के दर्शन करने पहुंचे.
6 घंटे में पूरी होगी यात्रा
दिल्ली की रोहिणी हेलीपोर्ट से सुबह 9:30 बजे हेलीकॉप्टर उड़ान भरेगा और शाम तक श्रद्धालुओं को वापस राजधानी पहुंचा दिया जाएगा. खाटू श्याम जी में 52 बीघा पार्किंग क्षेत्र स्थित जालूण्ड हेलीपैड पर लैंडिंग होगी. जहां से श्रद्धालुओं को सीधे मंदिर ले जाया जाएगा. इसके बाद सालासर बालाजी धाम के दर्शन करा कर यात्रियों को शाम तक दिल्ली वापस लाया जाएगा.
प्रति यात्री किराया 95 हजार रुपये
कंपनी ने इस लग्जरी यात्रा का किराया 95 हजार प्रति यात्री तय किया है. पैकेज में केवल हेलीकॉप्टर सफर ही नहीं बल्कि कई खास सुविधाएं भी शामिल की गई है.
- इस पैकेज में दोनों मंदिरों में वीआईपी दर्शन होंगे जिसमें यात्रियों को लंबी कतारों से बचकर गर्भगृह तक पहुंचा कर दर्शन कराए जाएंगे.
- इसके अलावा आरामदायक हेलीकॉप्टर यात्रा और हवाई दृश्य का आनंद मिलेगा.
- वहीं खाटू श्याम जी पहुंचने पर होटल में फ्रेशअप सुविधा भी मिलेगी.
- इसके साथ ही कॉप्लीमेंट्री लंच भी इस पैकेज में शामिल होगा.
- इस यात्रा के दौरान मंदिरों के इतिहास और सांस्कृतिक महत्व की भी जानकारी यात्रियों को दी जाएगी.
एक यात्रा में 5 से 7 यात्री करेंगे यात्रा
हेलीकॉप्टर में एक बार में केवल 5 से 7 यात्री ही यात्रा कर सकेंगे. इसके लिए श्रद्धालुओं को कम से कम एक सप्ताह पहले एडवांस बुकिंग करानी होगी. बुकिंग, कंपनी की वेबसाइट या व्हाट्सएप-फोन कॉल के जरिए भी की जा सकती है.
कुमार विश्वास बने पहले यात्री
हेलीकॉप्टर सेवा की पहली उड़ान में डॉक्टर कुमार विश्वास अपने परिवार सहित खाटू श्याम पहुंचे. उन्होंने यात्रा को लेकर कहा कि मुझे बाबा की श्याम के दर्शन करने का सौभाग्य हेलीकॉप्टर सेवा की पहली यात्री के रूप में मिला. यह केवल यात्रा नहीं बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव है.
दिल्ली-एनसीआर के भक्तों को राहत
दिल्ली और एनसीआर के श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा किसी वरदान से कम नहीं है. पहले जहां सड़क या रेल मार्ग से इन धामों तक पहुंचने में पूरा दिन लग जाता था. वहीं अब सिर्फ 6 घंटे में दोनों मंदिरों के दर्शन संभव हो जाएंगे. कंपनी के अनुसार यह सुविधा खास तौर पर बुजुर्ग और व्यस्त जीवन शैली वाले भक्तों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी.
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