छठ पूजा का त्योहार नजदीक आते ही दिल्ली से बिहार जाने वालों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. रेलवे के स्पेशल ट्रेनों के तमाम दावों के बावजूद टिकट नहीं मिल रहा है. वहीं, बसों की हालत तो हद से ज्यादा खराब है. आनंद विहार से लेकर कश्मीरी गेट बस अड्डे तक हर तरफ बसें खचाखच भरी हुई हैं. सभी बसों में भयंकर भीड़ है और इसका फायदा उठाकर किराया दो-तीन गुना वसूला जा रहा है. इसके बाद भी लोगों को बस के फर्श पर बैठकर सफर करना पड़ रहा है. 

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22 अक्टूबर को ऐसा रहा रहा

आनंद विहार बस अड्डे पर बुधवार (22 अक्टूबर) सुबह से ही यात्रियों का रेला नजर आया. छठ के मद्देनजर बिहार के पटना, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी जैसे शहरों के लिए बसें चल रही हैं, लेकिन हर बस में सीटें पहले से बुक हैं. इसके बावजूद लोग किसी तरह बस में चढ़ने की कोशिश करते हैं. एक यात्री ने बताया, 'भाई, ट्रेन में तो तत्काल भी नहीं मिला. अब बस से ही जाना पड़ेगा, चाहे फर्श पर बैठकर ही क्यों न जाएं. छठ है, घर जाना तो बनता है. भीड़ इतनी ज्यादा है कि बस के दरवाजे पर लोग लटक रहे हैं. कंडक्टर बार-बार मना करता है और दूसरी बस में आने के लिए कहता है, लेकिन बाकी बसों का भी ऐसा ही हाल है. 

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तीन गुना तक वसूला जा रहा किराया

बसों के किराए की बात करें तो नॉर्मल दिनों में दिल्ली से पटना तक की एक सीट का किराया 800 से 1000 रुपये होता है. अब छठ के समय में एक सीट का किराया 2000 से 2500 रुपये तक वसूला जा रहा है. स्लीपर बसों में तो किराया अब 4000 रुपये तक हो गया है. प्राइवेट बस ऑपरेटर मनमाने ढंग से पैसे वसूल रहे हैं. कोई बिल या टिकट नहीं देता, बस साफ-साफ कह दिया जाता है कि पैसे दो और बस में चढ़ जाओ. एक बस में कंडक्टर ने बताया कि डबल से ट्रिपल किराया इसलिए वसूला जा रहा है, क्योंकि बिहार से दिल्ली के लिए पैसेंजर्स नहीं मिल रहे हैं. खाली बस लानी पड़ती है तो नुकसान कौन भरेगा?

बेहद दर्दनाक हैं ऐसे दृश्य

कई बसों में हालात हद से ज्यादा खराब हैं. दिल्ली से पटना जा रही एक बस में तीन महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ फर्श पर बैठी दिखीं. उन्होंने बताया कि उन्हें सीट का वादा करके बस में चढ़ाया गया, लेकिन रास्ते में फर्श पर बैठा दिया गया. एक महिला ने रोते हुए बताया कि हम तीनों से 4500 रुपये लिए गए. कंडक्टर ने कहा था कि सीट मिलेगी, लेकिन बस चलते ही फर्श पर धकेल दिया. बच्चे रो रहे हैं, लेकिन खड़े होने की भी जगह नहीं है. लोग भेड़-बकरियों की तरह सफर कर रहे हैं. जब कंडक्टर से पूछा गया तो उसका जवाब था कि आगे सीट खाली हो जाएगी, तब दे देंगे. 

खुलेआम डबल किराया ले रहे प्राइवेट बस वाले

आनंद विहार से चलने वाली एक प्राइवेट बस का हाल काफी ज्यादा खराब था. निखिल नाम का कंडक्टर खुलेआम कह रहा था कि डबल किराया लेंगे, क्योंकि वापसी खाली होती है. सरकार कुछ नहीं करती तो हम अपना नुकसान कैसे पूरा करें. यात्रियों ने विरोध किया, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं. पुलिस वाले अड्डे पर खड़े हैं, लेकिन बसों के अंदर नहीं झांकते. 

लोगों ने यूं बयां किया दर्द

एक यात्री बोला, ट्रेन में टिकट ब्लैक हो रही है और अब बसों में भी यही हाल है. छठ के नाम पर लूट मची हुई है और कोई सुनवाई नहीं हो रही है. एक बुजुर्ग ने बताया कि ट्रेन का टिकट नहीं मिला. बस का किराया भी काफी ज्यादा है और कोई राहत नहीं मिल रही है.

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