छठ पूजा जैसे महापर्व को भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इसमें लाखों की संख्या में लोग कई घाटों पर इकट्ठे होकर छठ पूजा करते हैं. ऐसे में इस समय बच्चों की बड़ी मौज हो जाती है क्योंकि उन्हें तीन-चार दिन लगातार खेलने और मस्ती करने की आजादी मिल जाती है. पूजा-पाठ और बाकी तैयारियों के बीच बच्चों का ख्याल कुछ देर के लिए दिमाग से निकल जाता है, जिसके चलते कई बड़ी परेशानियां हो जाती हैं और बच्चों को चोट लग जाती है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप छठ पूजा के दौरान रख सकेंगे अपने बच्चों का ध्यान.
घाट पर रखें बच्चों का खास ख्याल
छठ पूजा मनाते समय घाट पर जाते वक्त बच्चे बड़े खुश नजर आते हैं. वहां जाकर मौज-मस्ती करने में उन्हें बड़ा मजा आता है,लेकिन छठ के घाट पर कई लोग आते हैं. इतनी भीड़ में कई बार बच्चों के गुम होने का डर रहता है. ऐसे में ये टिप्स आएंगे काम.
1. इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि बच्चे हर समय आपके साथ रहें और कही गुम न जाएं. अगर बच्चा ज्यादा छोटा है तो आप उसकी सिक्योरिटी को इंश्योर करने के लिए उसके कपड़ों में एक पर्ची में घर का एड्रेस और जरूरी नंबर लिखकर डाल सकते हैं, जिससे बच्चे के गुम जाने पर कोई उसे आसानी से घर पहुंचा जाए या आपको कॉन्टैक्ट कर सके. 2. इसके अलावा कई जगहों पर छठ के घाट काफी गहरे खुदे होते हैं, जिससे नजर हटने पर बच्चों के पानी में गिरने का खतरा भी रहता है. ऐसे में कोशिश करें कि बच्चे को किसी बड़े को सौंपने के बाद ही पूजा करें.3. छठ पूजा में घाटों को सजाने के लिए कई तरह की सजावट की जाती है और लाइटिंग भी लगाई जाती है. ऐसे में इस बात पर ध्यान देना भी जरूरी है कि कहीं बच्चे कोई तार या बिजली की चीज को हाथ न लगाएं.
बच्चों को पटाखों से रखें दूर
दिवाली के साथ-साथ बच्चे छठ पूजा पर भी दोस्तों के साथ मिलकर बम पटाखे फोड़ते हैं. इस दौरान उनको चोट लगने का खतरा बना रहता है क्योंकि सभी लोग पूजा में लगे होते हैं और किसी के पास उनपर ध्यान देने का समय नहीं होता. इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को छठ पूजा के वक्त अकेले बम-पटाखे न जलाने दें और उन्हें अपने साथ ही रखें. इतना ही नहीं छठ के घाट के किनारे जलने वाले दियों से भी उनका ध्यान रखें क्योंकि भीड़ के कारण लोगों का ध्यान नहीं रहता, जिससे एक्सीडेंट के चांसेज बढ़ जाते हैं.