Rahul Gandhi की राह का रोड़ा Mamata Banerjee और Arvind Kejriwal ! Sumit Awasthi
ABP News Bureau | 13 Jan 2020 10:25 PM (IST)
नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर के विश्वविद्यालयों में विरोध की जो चिंगारी गूंज रही है. उसकी शुरुआत दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से हुई थी. जामिया में पिछले महीने, 15 दिसंबर को हिंसा हुई थी. पुलिस पर आरोप लगा था कि उसने बिना इजाजत यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ की. इसके बाद ही देश के दूसरे विश्वविद्यालयों में हंगामा और विरोध शुरू हुआ. बीजेपी के विरोधियों ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा. कांग्रेस ने आज विपक्ष के तमाम नेताओं की एक बैठक बुलायी लेकिन इस बैठक में ही विपक्ष की एकता की पोल खुल गई. इस बैठक मे ना माया आईं ना ममता और आम आदमी पार्टी - शिवसेना ने कहां हमे तो बैठक में न्योता ही नहीं. अब ज़रा सोचिए ऐसे में विपक्ष के संविधान बचाने के नारे में कितना नैतिक बल बचता हैं? क्या इससे वोट के लिए नागरिकता के मुद्दे को भुनाने की विपक्ष की पोल खुल गई.