सिर्फ अमेरिका में ही क्यों होती हैं प्रेसिडेंशियल डिबेट्स, कैसे हुई शुरुआत
इतिहास गवाह है कि अमेरिका में हर चार साल में जो राष्ट्रपति का चुनाव होता है, उसमें राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी को अपने लिए खुद ही वोट मांगना होता है. और ये वोट भारत की तरह रैलियां करके, रोड शो करके या घर-घर जाकर नहीं मांगे जाते हैं. बल्कि अमेरिका में होती है प्रेसिडेंशियल डिबेट, जिसमें राष्ट्रपति पद के दोनों ही प्रत्याशी आमने-सामने आते हैं, एक दूसरे से बहस करते हैं. और उनकी बहसों के जरिए ही अमेरिका में चुनाव की टोन सेट होती है, जिससे वोट प्रभावित होते हैं. तो क्या अमेरिका में हमेशा से ही ऐसा रहा है. क्या जब से अमेरिका आजाद हुआ, तब से ही इस बहस की परंपरा है या फिर इस प्रेसिडेंशियल बहस के शुरू होने के पीछे है कोई कहानी, इतिहास गवाह है के इस खास एपिसोड में पूरी जानकारी दे रहे हैं अविनाश राय.
























