मर्यादा भूल झूठ क्यों बोल रही हैं कंगना रनौत, क्या बॉलीवुड ने इनसे सीखा Feminism?| ABP Uncut
एबीपी न्यूज़
Updated at:
01 Jan 1970 05:30 AM (IST)
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कंगना रनौत जब तक उद्धव ठाकरे, बीएमसी, बॉलीवुड के नेपोटिजम और ड्रग्स केस की बातें कर रही थीं, तब तक कुछ सही था. लेकिन अब कंगना रनौत अपने अहंकार में भाषा की मर्यादा भूलकर झूठ बोलने पर उतारू हैं. अपने ट्वीट के जरिए कंगना ने जया बच्चन का जवाब देते हुए कहा है कि बॉलीवुड को फेमिनिज्म उन्होंने सिखाया है. जबकि हकीकत ये है कि बॉलीवुड में ही मदर इंडिया, पाकीज़ा, दामिनी और तमाम ऐसी सैकड़ों फिल्में हैं जो महिला प्रधान हैं. एक मणिकर्णिका बनाकर खुद को झांसी की रानी बताने वाली कंगना भूल गई हैं कि उनके फिल्म बनाने से करीब 65 साल पहले सोहराब मोदी झांसी की रानी फिल्म बना चुके हैं. और अगर फिल्म में कैरेक्टर प्ले करने से ही ऐक्टर सच का कैरेक्टर बन जाता है तब तो पृथ्वीराज कपूर अकबर हैं, आमिर खान मंगल पांडेय हैं, शाहरुख खान सम्राट अशोक हैं और विवेक ओबेरॉय पीएम मोदी. देखिए एबीपी न्यूज़ संवाददाता यासिर उस्मान का विश्लेषण.