Sandeep Chaudhary : त्योहारों पर अब एक ही काम...करो हिंदू-मुसलमान? । Navratri । Ramadan
नवरात्रि के दौरान मंदिरों के आसपास मांस की बिक्री पर रोक लगाने की मांग को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा, आप, विहिप और कांग्रेस सहित कई नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है।भाजपा नेता रविंदर सिंह नेगी ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मंदिरों के पास मांस की दुकानें बंद रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं डीएम और डीसी को पत्र लिखूंगा कि नवरात्र में मांस बिक्री पर रोक लगाई जाए। मुसलमानों की दो ईद होती हैं, यह मीठी ईद है, लोगों को सेवई, खीर और मिठाई खिलाएं। बकरा जरूरी नहीं है, क्योंकि बकरा ईद की अलग तारीख है।"भाजपा सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने कहा कि नवरात्रि के दौरान दिल्ली में बीफ की बिक्री बंद होनी चाहिए। वहीं, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने जवाब देते हुए कहा, "जो जिम्मेदारी दिल्ली की जनता ने भाजपा को दी है, वह उसे निभाए।"भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा कि नवरात्रि में मीट शॉप बंद करने के लिए एमसीडी कमिश्नर को पत्र लिखा गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी समुदाय को टारगेट नहीं किया गया है।विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि मंदिरों और स्कूलों के आसपास मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगना चाहिए। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, "हमें एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखना होगा।"आप विधायक जुबैर अहमद ने कहा कि अगर मांस की दुकानें बंद की जाती हैं, तो शराब की दुकानें भी बंद करवाई जानी चाहिए।