Kanwar Yatra Identity Row: गोपाल टू गुलफाम...धर्म के नाम जारी है संग्राम! | Name Plate Row
'थूक जिहाद' और पहचान छिपाने के मुद्दे पर चर्चा की गई है. एक व्यक्ति ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि वे अपनी पहचान (दाढ़ी, टोपी के साथ दुकान पर बैठना, नाम लिखना) खुलकर बताएं और अपने किरदार को पेश करें. उनका कहना है कि नाम छिपाना सामाजिक, धार्मिक और संवैधानिक रूप से गलत है. इस चर्चा में यह भी बताया गया कि पिछले साल भी कांवर के त्योहार से पहले स्वामी यशवीर ने ऐसा ही काम किया था. एक बड़े विवाद का विषय एक वीडियो है, जिसमें कथित तौर पर खाने में थूकते हुए दिखाया गया था. यह वीडियो अब उपलब्ध नहीं है, जिससे इस पर सवाल उठ रहे हैं. चर्चा के दौरान यह दावा किया गया कि वीडियो देखा गया था, लेकिन अब वह मिल नहीं रहा है. इस पर एक चुनौती भी दी गई कि थूकने वाले व्यक्ति को चैनल पर लाया जाए. बातचीत में कानून-व्यवस्था, खाद्य विभाग की जिम्मेदारियों और आधार कार्ड जैसे पहचान पत्रों के गलत इस्तेमाल का भी जिक्र हुआ. यह पूरा मामला आस्था, पहचान और धोखाधड़ी से जुड़ा है.