Kanwar Yatra: Sawan की शुरुआत, Haridwar में उमड़ा भक्तों का सैलाब!
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 11 Jul 2025 11:50 AM (IST)
आज से सावन के महीने की शुरुआत हुई है, जो भगवान शिव को समर्पित माना जाता है. इस पवित्र महीने का समापन 9 अगस्त को होगा. इस दौरान भगवान शिव की विशेष पूजा-आराधना की जाएगी. देश के अलग-अलग हिस्सों में शिव भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. उज्जैन के Mahakal Mandir, Varanasi में Kashi Vishwanath और Delhi के Gaurishankar Mandir सहित विभिन्न शिवालयों के बाहर शिव भक्तों का तांता लगा है. Haridwar से लेकर Ayodhya तक, Kanpur से लेकर Gorakhpur तक और Delhi में भी मंदिरों में भोलेनाथ के दर्शन और पूजन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है.
Haridwar के Har Ki Pauri पर भारी संख्या में भोले के भक्त Ganga जल लेने पहुंचे हैं. यहाँ से भक्त Kanwar लेकर कोसों दूर अपने गंतव्य तक जाते हैं और Shivratri के दिन भोलेनाथ को Jalabhishek कर उन्हें प्रसन्न करते हैं. Kanwar यात्री 101 लीटर, 141 लीटर, 21 लीटर और 6 लीटर तक जल लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं. सुरक्षा के लिहाज़ से Uttarakhand Police और अर्धसैनिक बलों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है. जमीन से लेकर आसमान तक प्रशासन नजर बनाए हुए है.
Kanwar यात्रियों ने सुविधाओं को लेकर अपनी बात रखी. एक Kanwar यात्री ने कहा, "सुविधाएं बहुत अच्छी है, जो की उत्तराखंड में नहीं है। उत्तराखंड में हमने काफी सारी चीज़े नोटिस करी है की वहाँ की ना हमें एक क्लाइंट की तरह जज करते है, लाइक टूरिस्ट की तरह है ना? मतलब श्रद्धा को वहाँ नहीं समझते है। वहाँ अपना उन्हें अपने बिज़नेस से मतलब है।" Muzaffarnagar में Kanwar रूट पर विश्राम शालाएं बनाई गई हैं, जहाँ Kanwar यात्री आराम कर सकते हैं. छोटे बच्चे भी Kanwar यात्रा में शामिल हैं. Kanwar को तैयार करने में घंटों का समय लगता है, जिसमें भक्त पूरी श्रद्धा से जुटे रहते हैं. भक्त रात-दिन चलकर Shivratri से पहले अपने गंतव्य तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं.
Haridwar के Har Ki Pauri पर भारी संख्या में भोले के भक्त Ganga जल लेने पहुंचे हैं. यहाँ से भक्त Kanwar लेकर कोसों दूर अपने गंतव्य तक जाते हैं और Shivratri के दिन भोलेनाथ को Jalabhishek कर उन्हें प्रसन्न करते हैं. Kanwar यात्री 101 लीटर, 141 लीटर, 21 लीटर और 6 लीटर तक जल लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं. सुरक्षा के लिहाज़ से Uttarakhand Police और अर्धसैनिक बलों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है. जमीन से लेकर आसमान तक प्रशासन नजर बनाए हुए है.
Kanwar यात्रियों ने सुविधाओं को लेकर अपनी बात रखी. एक Kanwar यात्री ने कहा, "सुविधाएं बहुत अच्छी है, जो की उत्तराखंड में नहीं है। उत्तराखंड में हमने काफी सारी चीज़े नोटिस करी है की वहाँ की ना हमें एक क्लाइंट की तरह जज करते है, लाइक टूरिस्ट की तरह है ना? मतलब श्रद्धा को वहाँ नहीं समझते है। वहाँ अपना उन्हें अपने बिज़नेस से मतलब है।" Muzaffarnagar में Kanwar रूट पर विश्राम शालाएं बनाई गई हैं, जहाँ Kanwar यात्री आराम कर सकते हैं. छोटे बच्चे भी Kanwar यात्रा में शामिल हैं. Kanwar को तैयार करने में घंटों का समय लगता है, जिसमें भक्त पूरी श्रद्धा से जुटे रहते हैं. भक्त रात-दिन चलकर Shivratri से पहले अपने गंतव्य तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं.