Trending Video: आप बाजार से बल्ब लाते हैं, अगर वो सस्ता है तो दुकानदार कहता है कि चले तो चांद तक और ना चले तो शाम तक. अगर आप महंगा बल्ब लाते हैं तो उस पर 1 साल या हद से हद 2 साल की गारंटी दी जाती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि कोई बल्ब 123 सालों तक लगातार जल सकता है. कोई शख्स उल्टा लटक कर भी अगर आपको समझाएगा तो यकीनन आपको भरोसा नहीं होगा. लेकिन आज हम आपको जिस बल्ब के बारे में बताने जा रहे हैं उस पर आपको विश्वास करना ही पड़ेगा. दुनिया में एक ऐसा बल्ब है जो 1901 से लगातार जल रहा है और वह है 'लिवरमोर सेंटेनियल लाइट बल्ब'. यह बल्ब कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में स्थित फायर स्टेशन नंबर 6 में लगा है. इसे 1901 में शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने बनाया था और तब से यह लगभग बिना रुके जल रहा है.

123 सालों से लगातार जल रहा ये बल्ब

बिजली का बल्ब कब फ्यूज हो जाए, इसकी कोई गारंटी नहीं होती. दुकान से कोई भी बिजली वाला बल्ब खरीदने पर कंपनियां उस पर एक साल या मुश्किल से दो साल की गारंटी देती हैं. लेकिन ऐसा ऐसा बहुत कम होता है कि कोई बल्ब लगातार दो तीन साल तक जलता रहे, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में एक ऐसा बल्ब भी है, जो 123 सालों से लगातार जल रहा है. जी हां, ये बल्ब बड़ा जिद्दी है, खराब ही नहीं होता. इस अजूबे बल्ब को सेंटेनियल नाम से भी जाना जाता है.

कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर के दमकल केंद्र में लगे इस बल्ब को शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने बनाया था, जिसे साल 1901 में पहली बार जलाया गया था. तब से लेकर आज तक यह बल्ब जल ही रहा है. इतना ही नहीं, इस बल्ब के खाते में वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस बल्ब को जगह दी गई है. हालांकि पहले ये बल्ब 60 वॉट का था लेकिन अब केवल 4 वॉट की ही रोशनी दे पाता है.

यूजर्स भी हो रहे हैरान

सोशल मीडिया पर इस बल्ब की खासी चर्चा हो रही है. लोग बल्ब के बारे में जानकर हैरान हैं कि कोई बल्ब इतना लंबा कैसे चल सकता है. यकीनन आप भी जानकर हैरान रह गए होंगे. लेकिन आप अकेले नहीं हैं, यूजर्स भी हैरान हैं. अब वो तरह तरह के रिएक्शन सोशल मीडिया पर दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा...भाई क्या बल्ब है, मुझे लाकर दे दो. एक और यूजर ने लिखा...इसे कहते हैं ईमानदारी से बनाई गई चीज. तो वहीं एक और यूजर ने लिखा...मेरा जिंदा रहना आज सफल हो गया. पहली बार कोई चीज रिकॉर्ड के लायक दिख रही है. इसे म्यूजियम में जलाना चाहिए.